बोर्ड ने कहा है कि बहुत से हिंदू शाकाहारी होते हैं लेकिन शाकाहारी होना इस धर्म की आवश्यकता नहीं है. विज्ञापन पर जताई गईं आपत्तियों को खारिज करते हुए एबीएस ने कहा कि विज्ञापन में गणेश का इस्तेमाल “हिंदू विश्वास का प्रतीक मात्र है.”
मीट ऐंड लाइवस्टॉक ऑस्ट्रेलिया के इस विवादित विज्ञापन पर हिंदू समाज के कुछ लोगों ने आपत्ति जताई थी. मांस के प्रचार के लिए बनाए गए इस विज्ञापन में हिंदू देवता को दिखाए जाने पर ये लोग आहत थे और माफी मांगे जाने की मांग कर रहे थे. लेकिन एबीएस ने कहा है कि यह विज्ञापन नियमों का उल्लंघन नहीं करता. बोर्ड ने कहा कि यह विज्ञापन ना किसी तरह का भेदभाव करता है और ना ही किसी व्यक्ति या समाज का धर्म के आधार पर अपमान करता है.
हालांकि बोर्ड में कुछ सदस्य इस बात से सहमत थे कि विज्ञापन कोड 2.1 का उल्लंघन करता है क्योंकि इसमें हिंदू देवता गणेश को मांस खाने वाला बताया गया है लिहाजा यह हिंदू समाज के साथ भेदभाव है. लेकिन बोर्ड ने कहा कि काफी विचार विमर्श के बाद बोर्ड के ज्यादातर सदस्य मानते हैं कि कुल मिलाकर इस विज्ञापन की टोन मजाकिया है और उनके विचार से इस विज्ञापन का भाव एक बहुधर्मी और समावेशी समाज को बढ़ावा देता है.
हिंदू समाज के काफी लोग बोर्ड के इस फैसले से आहत हैं. ऐसी खबरें हैं कि ऑस्ट्रेलियाई हिंदू काउंसिल रविवार को मीट ऐंड लाइवस्टॉक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगी.