ग्रीन्स का पैरंट्स वीसा में क्रांतिकारी बदलावों का वादा

आप्रवासी समुदाय की लंबे समय से चली आ रही पैरंट्स वीसा की मांग पर ग्रीन्स पार्टी ने बड़ा वादा किया है.

Greens leader Richard Richard Di Natale speaks at the National Press Club in Canberra, Wednesday, May 1, 2019. (AAP Image/Rohan Thomson) NO ARCHIVING

Greens leader Richard Richard Di Natale speaking at the National Press Club in Canberra. Wednesday May 1st 2019. AAP Image/Rohan Thomson) Source: AAP

एसबीएस को दी जानकारी में ग्रीन्स पार्टी ने कहा है कि उनकी एक आसान और तेज पैरंट्स वीसा देने की योजना है. पार्टी चाहती है कि वीसा मिलने की एक समय सीमा तय की जाए. फिलहाल पैरंट्स वीसा के लिए असीमित सयम सीमा है और कई मामलों में तो सालोंसाल इंतजार करना पड़ता है. ग्रीन्स पार्टी चाहती है कि यह समय सीमा 12 महीने से ज्यादा ना हो.
उसकी प्राथमिकताओं में तीन साल के भीतर अब तक बाकी सारे मामलों का निपटारा भी है. फिलहाल पैरंट्स वीसा की 97 हजार अर्जियां लड़की पड़ी हैं. ग्रीन्स पार्टी का वादा है कि तीन साल के भीतर इन सारे मामलों को निपटाया जाए.

मंगलवार को ग्रीन्स पार्टी ने सिडनी में अपनी फैमिली रीयूनियन पॉलिसी पेश की. इस मौके पर ग्रीन्स नेता रिचर्ड डि नटाले ने एसबीएस को बताया, "मैं इस बात से परेशान हूं कि सरकार लोगों को अपने परिवारों से सालोंसाल और कई मामलों में तो दशकों तक अलग रखती है. मैं एक माइग्रैंट इटैलियन परिवार से हूं. मेरा मानना है कि परिवार से जरूरी कुछ नहीं है."
ग्रीन्स पार्टी पैरंट्स वीसा की नीति में बड़े बदलावों का वादा कर रही है. फिलहाल दो तरह के स्थायी पैरंट्स वीसा उपलब्ध हैं. एक में 47 हजार डॉलर प्रति व्यक्ति देकर स्थायी वीसा हासिल किया जा सकता है. इसके लिए 45 महीने तक का इंतजार करना पड़ सकता है.

दूसरा विकल्प छह हजार डॉलर का है लेकिन इसके लिए इंतजार कई दशक तक लंबा हो सकता है.

ग्रीन्स पार्टी इन दोनों ही विकल्पों को खत्म करना चाहती है. इसके अलावा 'बैलंस ऑफ फैमिली टेस्ट' पर भी दोबारा विचार की योजना है. इस टेस्ट के तहत यह देखा जाता है कि जो पैरंट्स ऑस्ट्रेलिया का स्थायी वीसा चाहते हैं उनके आधे से ज्यादा बच्चे ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं या नहीं.

पार्टी का इन बदलावों पर अगले एक दशक में 12.68 अरब डॉलर खर्च करने का प्रस्ताव है.

ग्रीन्स सेनेटर मेहरून फारूकी ने एसबीएस को बताया, "हमारा आप्रवासियों के अपने यहां स्वागत का लंबा इतिहास है. लेकिन अब अपने माता-पिता को ऑस्ट्रेलिया लाना लगभग असंभव हो गया है. हम एक ऐसी व्यवस्था चाहते हैं जिसमें परिवारों को जोड़ा जाए ना कि जुदा किया जाए."
हाल ही में दोनों बड़ी पार्टियों ने पैरंट्स वीसा पर अपने अपने विचार जाहिर किए हैं. गठबंधन सरकार ने मई 2017 में नई पैरंट्स वीसा योजना पेश की थी. इसी साल एक जुलाई से लागू होने वाली इस योजना के तहत सालाना 15 हजार से ज्यादा वीसा जारी नहीं किए जा सकेंगे. पांच हजार डॉलर देकर तीन साल के लिए और दस हजार डॉलर देकर पांच साल के लिए यह वीसा लिया जा सकेगा.

इमिग्रेशन मंत्री डेविड कोलमन ने एसबीएस से बातचीत में पिछले महीने कहा था कि मॉरिसन सरकार ऑस्ट्रेलियाई आप्रवासियों के लिए कई तरह के कदम उठा रही है और नया वीसा उन्हीं में से एक है.

लेबर पार्टी ने भी अपनी पैरंट्स वीसा योजना पेश की है जिसमें 15 हजार की सालाना संख्या को असीमित करने का प्रस्ताव है. उसने वीसा फीस भी तीन साल के लिए पांच हजार डॉलर से घटाकर 1250 डॉलर और पांच साल के लिए 10 हजार डॉलर से घटाकर 2500 डॉलर करने का वादा किया है.


Share

Published


Share this with family and friends


Download our apps
SBS Audio
SBS On Demand

Listen to our podcasts
Independent news and stories connecting you to life in Australia and Hindi-speaking Australians.
Ease into the English language and Australian culture. We make learning English convenient, fun and practical.
Get the latest with our exclusive in-language podcasts on your favourite podcast apps.

Watch on SBS
SBS Hindi News

SBS Hindi News

Watch it onDemand