बताया जाता है कि इस चंद्र नववर्ष के स्वागत की परंपरा चीन में काफी पुरानी है इसे 2600 साल ईसा पूर्व चीनी शासक हुआंग ली ने आरंभ किया था. वेस्टर्न कैलेंडर की तरह चीनी लूनर कैलेंडर भी चंद्रमा की दशाओं पर आधारित है. और इसी वजह से चंद्रमा की गणना पर आधारित य़े नया साल जनवरी के अंत से लेकर फरवरी के अंत तक कहीं भी आ सकता है. चन्द्रमा की गणना के मुताबिक एक लूनर साइकिल के पूरे होने में 60 साल का वक्त लगता है. और चक्र में 12-12 सालों के 5 चक्र होते हैं.
चीन में इस नववर्ष के मौके पर लोगों को बड़ी संख्या में घर लौटते देखा जा सकता है. ये वो लोग होते हैं जो घर से दूर दूसरे शहरों या फिर दूसरे देशों में रहते हैं. ज़ाहिर है ये पूरे विश्व में इसे लोगों की एक बड़ी यात्रा के तौर पर देखा जाता. हालांकि ऑस्ट्रेलिया में लोगों की इतनी बड़ी संख्या में यात्रा करने जैसे वाकये नहीं दिखते लेकिन ये वक्त होता है जबकि पूरा देश लूनर न्यू ईयर के जश्न में डूबा होता है.
दूसरे अन्य समुदायों जैसे थाई, कोरियन, वियतनामी, जापानी, मलेशियाई, सिगापोरियन, और इंडोनेशियाई के लोग भी इस नए वर्ष को धूमधाम से मनाते हैं. सिडनी के फेयरफील्ड को ही लें यहां करीब 21 फीसदी आबादी वियतनामी मूल की है.
वियतनाम में इस नये साल को टेट के नाम से जाना जाता है. और फेयरफील्ड का बड़ा वियतनामी समुदाय भी इस नये साल को अपने तरीके से मनाता है. माई का पेड़ वियतनामी त्यौहारों का एक प्रमुख अंग होता है. जिसमें सजावट के तौर पर कई चीज़ें लटकाई जाती हैं जो नए साल में नई उम्मीदों की बानगी होती हैं.