16 साल की नाहीद आफरीन को इसलिए गाने से रोका जा रहा है क्योंकि वह मुसलमान हैं. अलग-अलग संगठनों के 40 से ज्यादा मौलवियों ने नाहीद के स्टेज पर परफॉर्म करने के खिलाफ फतवा जारी किया है. लेकिन इंडियन आइडल जूनियर की रनर अप रहीं नाहीद ने कहा है कि वह मरते दम तक गाना नहीं छोड़ेंगी.
नाहीद 2016 में सोनाक्षी सिन्हा की फिल्म अकीरा के लिए गाना गा चुकी हैं. फतवे से आहत इस गायिका ने कहा कि वह कभी गाना नहीं छोड़ेंगी. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "फतवे के बारे में सुनकर ही मैं बुरी तरह टूट गई थी. लेकिन लेकिन मैं गाना जारी रखूंगी. मुझे असम और बाकी जगहों से भी सैकड़ों लोगों के फोन और मेसेज आए हैं जो मेरे साथ हैं."
नाहीद ने कहा, "मैं एक सिंगर हूं. म्यूजिक मेरी जिंदगी है. मुझे नहीं लगता कि मैं म्यूजिक के बिना जिंदा रह सकती हूं. अल्लाह ने मुझे यह आवाज बख्शी है और मुझे गाने ना दिया गया तो मैं मर जाऊंगी."
बॉलीवुड के कई स्टार भी नाहीद का साथ देने के लिए आगे आए हैं. विशाल डडलानी और सलीम मर्चेंट जैसे गायकों ने नाहीद का समर्थन किया है. इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम से बातचीत में सलीम मर्चेंट ने कहा, "अब इस बात पर क्या बोलूं! हमारे देश, हमारे समाज में यह होता ही रहता है. और मुझे यह देखकर और ज्यादा अफसोस होता है कि आजकल छोटी बच्चियों को निशाना बनाया जा रहा है. म्यूजिक हो या दूसरी कोई आर्ट, धार्मिक अंधविश्वासों से उनका कोई लेना देना नहीं है. नहीद गजब की लड़की है और अपने धर्म को मानती भी है. वह किसी धर्म के खिलाफ नहीं है. वो तो ईश्वर से डरने वाली एक धार्मिक लड़की है. मैं पूरी तरह उसके साथ हूं."
ट्विटर और फेसबुक पर आम लोग भी नाहीद का पूरा समर्थन कर रहे हैं. इनमें बड़ी संख्या मुसलमानों की है.
इंजीनियर मुजीब अंसारी ने ट्वीट किया है, "एक मासूम लड़की के खिलाफ फतवा जारी करना शर्मनाक है. ऐसे कायरों को तो पाकिस्तान चले जाना चाहिए."
गायक विशाल डडलानी ने ट्वीट किया है, "मेरी नाहीद और उसके माता-पिता से बात हुई. वे लोग मजबूती से खड़े हैं. मैंने कहा कि हम सब उनके साथ हैं. वह गाना नहीं छोड़ेगी."