सीबीपी के प्रवक्ता सल्वाडोर जमोरा ने मीडिया को बताया कि तस्करों को 25 हजार से 50 हजार अमेरिकी डॉलर्स देकर मेक्सिको के रास्ते अमेरिका में घुसने वालों की संख्या बढ़ रही है. एक इंटरव्यू में जमोरा ने बताया कि बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जो आर्थिक कारणों से अमेरिका आते हैं और फिर बेसिर-पैर के आधार बताकर शरण पाने की कोशिश करते हैं. इस कारण वैध कारणों से वीसा चाहने वालों पर भी असर पड़ता है.
जमोरा ने बताया कि 30 सितंबर को खत्म हुए वित्त वर्ष में गिरफ्तार हुए भारतीयों की संख्या लगभग नौ हजार हो सकती है. पिछले वित्त वर्ष में 3162 भारतीय अवैध तरीके से अमेरिका में घुसने के कारण गिरफ्तार किए गए थे.
सिराक्यूज यूनिवर्सिटी के ट्रांजैक्शनल रिकॉर्ड्स एक्सेस क्लीयरिंग हाउस की रिपोर्ट के मुताबिक 2012 से 2017 के बीच अमेरिका में शरण की गुहार लगाने वाले भारतीयों में से 42.2 फीसदी मामलों को खारिज किया गया.
अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने की कोशिश करने में मेक्सिको के बाद ग्वाटेमाला, होंडूरास और अल सल्वाडोर के नागिरकों की संख्या सबसे ज्यादा रही. अल सल्वाडोर के करीब 30 हजार नागरिक गिरफ्तार किये गए.