यूबीएस ने 907 लोगों के बीच सर्वे के बाद पाया कि करीब एक तिहाई ऑस्ट्रेलियाई होम लोन के लिए भरे जाने वाले फॉर्म्स में गलत जानकारियां भरते हैं.
सर्वे के मुताबिक 32 फीसदी लोगों ने कहा उनके फॉर्म लगभग ठीक थे या फिर उसमें कुछ गलत जानकारियां भी थीं.
यूबीएस ने औसे 907 लोगों से बात की थी जिन्होंने पिछले 12 महीने में लोन लिया था. एक फीसदी लोग ऐसे मिले जिन्होंने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया कि उनके फॉर्म में कोई गलत जानकारी थी या नहीं.
जो गलत जानकारियां दी जाती हैं उनमें अपनी आय के बारे में झूठ बोलना, अपनी संपत्ति की कीमत बढ़ाकर बताना और अपने खर्चों को कम करके बताना शामिल है.
यूबीएस का अनुमान है कि बैंकों की ओर से कम से कम 500 अरब डॉलर के लोन झूठी जानकारियों के आधार पर दिए गए हैं. एक रिपोर्ट में यूबीएस ने कहा, "लोन का दायरा जितना बैंक समझते हैं उससे कहीं ज्यादा है इसलिए नुकसान भी बैंकों के अनुमान से ज्यादा हो सकता है."
