19 वर्षीय तनय टंडन, अनीता बरार के साथ बातचीत में अपनी एक पुरस्कृत खोज Athelas के बारे में बताते हैं जिसके द्वारा मलेरिया जैसी घातक बीमारी का तुरन्त पते लगाया जा सकता है।
स्टेनफर्ड यूनीवर्सिटी में पढ़ रहे तनय बताते हैं कि मलेरिया जैसी खून की बीमारियों को टेस्ट करने में कई दिन तक लग जाते हैं और टेस्ट के परिणाम के अभाव में इलाज में भी देरी हो जाती है। लेकिन उनके द्वारा तैयार किये इस थोटे से बारीक लेंस दो कि एक स्मीर्ट फोन में लगाया जा सकता है, उस से कुछ ही सेकन्ड में आप जान सकते हैं।
तनय बताते कि यह खासतौर पर गावों और पिछड़े देशो के लिये उपयोगी है जहाँ पर स्वाथ्य सुविधायें कम या बिल्कुल भी नहीं उपलब्ध हैं ।