कोविड टीकाकरण अभियान से जुड़े कुछ सवालों के जवाब

Descartan dosis de vacunas COVID-19 por fallas de refrigeración.

Source: Getty Images/Larisa Bozhikova

ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 वायरस से बचने के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है। बाकी देशों की तरह ही पहले चरण में फाइज़र के इस टीके को अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले स्वास्थ्य व एज़्डकेयर जैसी कुछ ज़रूरी सेवाओं के कर्मचारियों को दिया जा रहा है लेकिन बाकी लोगों तक भी इसे पहुंचाया जाएगा। हालांकि इस बीच दूसरी वैक्सीन एस्ट्राजेनेका के देश में आने को लेकर, वायरस के नए प्रकारों को लेकर, और टीकाकरण के बाद की स्थिति को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं।


डॉक्टर दीपक राय फेडरल स्वास्थ्य विभाग के साथ सलाहकार के तौर पर काम करते हैं और वे कोविड टीकाकरण के अभियान से भी जुड़े रहे हैं। डॉक्टर राय कहते हैं कि कोविड वैक्सीन पहले किसको लगेगी इसका फैसला ज़्यादा ख़तरे से कम खतरे वाले लोगों का वर्गीकरण करके लिया गया है।


मुख्य बातें

  • कोविड-19 वायरस से प्रतिरक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया में फाइज़र के टीके लगने शुरू हो चुके हैं।
  • फेडरल स्वास्थ्य विभाग में सलाहकार डॉक्टर दीपक राय बताते हैं कि अक्टूबर 2021 तक ऑस्ट्रेलिया में कोविड टीकाकरण अभियान पूरा होने की संभावना है।
  • डॉक्टर राय के मुताबिक कोविड वायरस के नए प्रकारों को लेकर इस समय दुनिया भर के देश गहन अध्ययन कर रहे हैं।
इस क्रम में सबसे पहले अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले कर्मचारी आते हैं और आखिर में वे युवा जो पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

"योजना के मुताबिक अक्टूबर 2021 तक सभी लोगों को ये वैक्सीन लगा दी जाएगी। लेकिन फिर भी ये टीकों की उपलब्धता और कुछ दूसरी बातों पर निर्भर करता है," डॉक्टर दीपक ने एसबीएस हिंदी को बताया।
Dr Deepak Rai
Dr Deepak Rai Source: Supplied
अभी यूरोप से आई फाइज़र वैक्सीन को ऑस्ट्रेलिया में अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले कर्मचारियों को लगाया जा रहा है। इसके अलावा ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय में बनी एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को भी ऑस्ट्रेलिया में मान्यता मिल चुकी है।

हालांकि डॉक्टर राय के मुताबिक यूरोप में ताज़ा हालात के चलते अभी इस वैक्सीन के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने में कुछ वक्त लग सकता है।

टीकाकरण अभियान पर है स्वास्थ्य विभाग की नजर

फाइज़र और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल पर कुछ जगहों से लोगों में इसके दुष्परिणाम भी देखने को मिले हैं। डॉक्टर राय कहते हैं कि ये संख्या बहुत छोटी है, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया भर में प्लान मैनेजमेंट के तहत कोविड टीकाकरण अभियान पर बारीकी से नज़र रखी जा रही है।

उन्होंने बताया कि किसी भी शख्स को वैक्सीन दिए जाने के बाद उसका रिकॉर्ड रखा जाता है और किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर उसे तुरंत रिकॉर्ड किया जा सकता है।

कोविड-19 वायरस के बदलते प्रकारों का हो रहा है अध्ययन

इंग्लैड, अफ्रीका और ब्राज़ील जैसे देशों में कोविड-19 वायरस के नए प्रकारों की खबरें भी आ रही हैं। माना जा रहा है कि वायरस के ये नए प्रकार ज्यादा तेज़ी से फैल रहे हैं। डॉक्टर राय बताते हैं कि ऑस्ट्रेलिया सहित विश्व के तमाम देश इन दिनों विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ कोविड-19 वायरस के इन बदलते प्रकारों का गहराई से अध्ययन कर रहे हैं।

टीका लगने के बाद भी सावधानी बरतने की ज़रूरत

कोविड महामारी के बीच लगातार लगने वाले प्रतिबंधों से ऑस्ट्रेलिया और दुनिया भर के लोगों में उकताहट महसूस की जा सकती है। डॉक्टर राय कहते हैं कि टीकाकरण अभियान के बाद स्थिति में सुधार तो होगा लेकिन इसे कोविड-19 वायरस के ख़त्म होने की गारंटी नहीं माना जा सकता है। वह मानते हैं कि इससे लोगों को कोविड से सुरक्षा की एक मज़बूत दीवार मिल जाएगी।

Share
Download our apps
SBS Audio
SBS On Demand

Listen to our podcasts
Independent news and stories connecting you to life in Australia and Hindi-speaking Australians.
Ease into the English language and Australian culture. We make learning English convenient, fun and practical.
Get the latest with our exclusive in-language podcasts on your favourite podcast apps.

Watch on SBS
SBS Hindi News

SBS Hindi News

Watch it onDemand
कोविड टीकाकरण अभियान से जुड़े कुछ सवालों के जवाब | SBS Hindi