जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे, तब भारत के बाहर रह रहे लाखों हिंदू भी श्रद्धाभाव ने नमन कर रहे होंगे. उनमें ऑस्ट्रेलिया का हिंदू समुदाय भी है, जो भूमि पूजन के वक्त दीये जलाकर इस आयोजन में हिस्सेदार होगा.
मुख्य बातेंः
- भारत के अयोध्या में 5अगस्त 2020 को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन हो रहा है.
- सुप्रीम कोर्ट ने पिछेल साल अपने फैसले से मंदिर निर्माण का रास्ता साफ किया था.
- इस स्थान को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच विवाद था.
लेकिन सभी लोग इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते. मेलबर्न में रहने वालीं रुचि भारती को लगता है कि यह एक राजनीतिक एजेंडा मात्र है जिसे एक दल ने आगे बढ़ाया है.
वह कहती हैं, "इस समय जो राजनीतिक हवा भारत में बह रही है, वह सेक्युलरिजम के बिल्कुल खिलाफ है. राम का मंदिर भक्तिभाव से और ईश्वर प्रदत्त तरीके से नहीं है बल्कि एक राजनीतिक प्रोपेगैंडा है जिसे एक राजनीतिक दल ने आगे बढ़ाया है."
रुचि मानती हैं कि भारत के सेक्युलर ताने-बाने को खत्म किया जा रहा है.
सुनिए रुचि भारती से पूरी बातचीतः
वह कहती हैं, "यहां पर रहने वाले जो भारतीय हैं, वे बहुत खुश होते हैं कि वे एक सेक्युलर देश में रह रहे हैं. लेकिन जहां से हम आते हैं, उसे हम क्या बना रहे हैं."
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