SBS Examines: स्टोलन जेनरेशन क्या थीं?

Lorraine Darcy Peeters at the former site of the Cootamundra Aboriginal Girls Home

Lorraine Darcy Peeters is a Stolen Generations Survivor and was trained as a servant at Cootamundra Domestic Training home for Aboriginal Girls. Credit: Sarah Collard: NITV News

1800 के दशक के मध्य से लेकर 1970 के दशक तक, स्वदेशी बच्चों को ज़बरदस्ती उनके परिवारों से अलग कर दिया गया। उन बच्चों का क्या हुआ, और आज स्टोलन जेनरेशन का क्या प्रभाव है?


चेतावनी: परेशान करने वाली सामग्री

आंटी लोरेन चार साल की थीं जब उन्हें उत्तरी न्यू साउथ वेल्स के ब्रूवरिना मिशन से चुराया गया था।

उन्हें एक दशक तक आदिवासी लड़कियों के लिए कुख्यात कूटामुंड्रा घरेलू प्रशिक्षण गृह में संस्थागत रूप से रखा गया था।

"वहां आने पर, जो भी कपड़े पहने थे, उन्हें जला देने के लिए फेंक दिया गया। फिर उन्होंने रसायनों से जैसे साफ किया... बाल मुंडा दिए गए। और एक नौकरी, एक धर्म, और एक बिस्तर दे दिया गया," उन्होंने कहा।

"अगर आप भूल जाये कि हम श्वेत हैं, तो सजा अपने आप मिल जाती थी... हमारा मंत्र था कि हम श्वेत हैं, गोरों की तरह बोलना, गोरों की तरह कपड़े पहनना और गोरों की तरह व्यवहार करना।

"हम आदिवासी व्यक्ति होने के बारे में बात भी नहीं कर सकते थे। आप समझे कि इसे चार साल के बच्चे के दिमाग में डाला हुआ हैं, तो आप जल्द ही आदिवासी तौर-तरीके भूल जाते हैं और गोरों के तौर-तरीके सीख जाते हैं।"
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Aunty Lorraine Peeters at the Cootamundra Girls Home. Source: Supplied / The Peeters Family
2008 में, आंटी लॉरेन कैनबरा में संसद भवन में बैठी थीं और उन्होंने प्रधानमंत्री केविन रड को चोरी की पीढ़ियों यानि स्टोलन जेनरेशन के लिए राष्ट्रीय माफ़ी देते हुए देखा।

उन्हें स्टोलन जेनरेशन से बचे लोगों की एक मंडली द्वारा चुना गया था ताकि वे उन्हें और विपक्ष के नेता को एक गिलास कूलामोन भेंट कर सकें, जो एक नए रिश्ते के लिये उनकी आशा का प्रतीक है।

"मैं उस दिन को कभी नहीं भूली," आंटी लॉरेन ने कहा।

"माफ़ी मांगने से मुझे जो मिला वह मेरे लिए नहीं था, बल्कि मेरे माता-पिता के लिए था। उन्होंने मेरे माता-पिता से माफ़ी मांगी।"

यावुरू महिला और स्टोलन जेनरेशन से बचे लोगों के लिए राष्ट्रीय शीर्ष निकाय हीलिंग फाउंडेशन की सीईओ शैनन डोडसन ने कहा कि माफ़ी एक महत्वपूर्ण क्षण था।

"यह वास्तव में, ब्रिंगिंग देम होम रिपोर्ट से अलग, उन बचे हुये लोगों की पीड़ा और उनके द्वारा जिए गए अनुभवों की पहली सार्वजनिक और राष्ट्रीय स्वीकृति थी," उन्होंने कहा।


इस एपिसोड में, एसबीएस एक्जामिनेस स्टोलन जेनरेशन के लिए राष्ट्रीय माफी पर विचार कर रहा है, और ऑस्ट्रेलियाई इतिहास के इस काले अध्याय को याद कर रहा है।

अगर इस लेख या पॉडकास्ट ने आपको या आपके किसी जानने वाले को परेशान किया है, तो कृपया लाइफलाइन को 13 11 14 या 13YARN को 13 92 76 पर कॉल करें।

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