हरमोहन सिंह वालिया कहते हैं कि वैसे तो ऑस्ट्रेलिया से भारतीय समुदाय का संबंध काफी पुराना है लेकिन वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया आने वाले भारतीयों के प्रमाण 150 से भी ज्यादा साल पहले से मिलते हैं।
मुख्य बातें:
- 'सक्सेस स्टोरीज़ ऑफ़ इंडो-ऑस्ट्रेलियन्स' नाम की एक किताब में ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय समुदाय के करीब 50 सफल लोगों की कहानियां शामिल की गई हैं।
- किताब के लेखक हरमोहन सिंह वालिया कहते हैं कि उन्होंने ये संकलन आने वाली पीढ़ी के लिए किया है।
- वह मानते हैं कि अभी और भी कहानियां हैं जिन्हें वह अपनी दूसरी किताब में लोगों के सामने लाना चाहते हैं।
वालिया कहते हैं कि हालांकि पहले भारतीय समुदाय के लोगों को यहां पर मज़दूरों के तौर पर खेती या दूसरे कामों के लिए लाया जाता था लेकिन बदलते दौर के साथ वर्तमान में डॉक्टर, नर्स, शिक्षक और सॉफ्टवेयर इंजीनियर जैसे पेशों में भारतीय समुदाय के लोग ऑस्ट्रेलिया पहुंच रहे हैं।
हरमोहन कहते हैं कि 30 साल पहले वह जब यहां आये थे तब तक भी भारतीयों को यहां अपनी ज़रूरत का सामान प्राप्त करने के लिए मशक्कत करनी पड़ती थी लेकिन अब हालात बदले हैं. वह बताते हैं कि कई मुश्किलों के बीच भारतीय समुदाय के कुछ लोगों ने ऑस्ट्रेलिया के बहुसांस्कृतिक समाज में अपनी ख़ास जगह बनाई है।

Source: Harmohan Singh Walia
अपनी किताब 'सक्सेस स्टोरीज़ ऑफ़ इंडो-ऑस्ट्रेलियन्स' में उन्होंने भारतीय समुदाय के कुछ सफल लोगों की कहानियां शामिल की हैं। हरमोहन कहते हैं कि उनका मकसद इन कहानियों से आने वाली पीढ़ियों को प्रोत्साहित करना है।
इस किताब में 50 लोगों की कहानियां शामिल की हैं, लेकिन हरमोहन वालिया कहते हैं कि यह सिलसिला यहीं ख़त्म नहीं होता और वह इसकी एक और कड़ी कुछ समय बाद पेश करेंगे।