सेटलमेंट गाइड : रॉक फिशिंग के दौरान अपरिचित परिस्थितियां घातक साबित हो सकती हैं

Fishing

Source: Getty Images

हर साल ऑस्ट्रेलियाई तटों पर लाख लोग रॉक फिशिंग का आनंद लेते हैं। लेकिन 2004 के बाद से लगभग 200 रॉक फिशिंग से संबंधित हादसों का शिकार होकर जान गवा चुके हैं जिसकी वजह से इसे बहुत खतरनाक भी माना जाता है।


ऑस्ट्रेलिया की खूबसूरत तटीय रेखा हर साल लाखों लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। लेकिन 2004 के बाद से लगभग 200 रॉक फिशिंग से संबंधित मौतें दर्ज की गई हैं - यानी हर साल औसतन 13 जानें गईं, जिनमें से ज्यादातर की वजह ख़तरे की कम समझ है। तीन-चौथाई से अधिक पीड़ित विदेशी थे, जिनमें से आधे एशिया से थे।


 मुख्य बातें :

  • 2004 से ऑस्ट्रेलिया में लगभग 200 रॉक फिशिंग से संबंधित मौतें दर्ज की गई हैं।
  • 71 प्रतिशत मौतें मछुआरों द्वारा लहरों से चट्टानों को धोए जाने के कारण हुई हैं।
  • लगभग तीन-चौथाई रॉक फिशिंग पीड़ित विदेशी हैं और उनमें से 53 प्रतिशत एशिया से हैं।

स्थितियों पर नज़र रखें

तटीय सुरक्षा के सर्फ़ लाइफ सेविंग ऑस्ट्रेलिया के महाप्रबंधक शेन डॉव का कहना है कि जिन लोगों को अपने देश के शांत पानी में मछली पकड़ने की आदत है वह अक्सर ऑस्ट्रेलिया की ज्वार और तटीय मौसम की स्थिति से अपरिचित होते हैं।

शेन डॉव कहते हैं कि कुछ भी करने से पहले तीस मिनट तक की स्थितियों का निरीक्षण करना महत्वपूर्ण है।
वो लहरों को देखते ज़रूर हैं, लेकिन कई बार तेज़ लहर थोड़ी देर बाद आती है और उन्हें चट्टान से पानी में धकेल देती है
A large swell
Strong waves can wash people off the rocks. Source: Getty Images
लाइफ जैकेट जान बचाते हैं

सर्फ लाइफ सेविंग केअध्ययन में पाया गया कि चार रॉक फिशर्स में से एक या तो कमज़ोर तैराक हैं या वह समुद्र में तैर नहीं सकता। 

इस अध्ययन यह भी पाया गया कि लहरों और फिसलन वाली सतहों के कारण 85 प्रतिशत रॉक फिशर्स घायल हुए, लेकिन हैरानी कि बात यह है कि इनमें से सिर्फ चार प्रतिशत पीड़ितों ने ही लाइफ जैकेट पहनी हुई थी।

शेन डॉव का कहना है कि लाइफ जैकेट पहनने से रॉक फिशिंग में जान बचाने में मदद मिलती है।
यह बहुत जगह अनिवार्य नहीं है, इसलिए लोग उन्हें नहीं पहनते और परिणामस्वरूप कई बात डूब जाते हैं
मैल्कम पूल न्यू साउथ वेल्स के रीक्रिएशनल फिशिंग अलाएंस में सुरक्षा अधिकारी हैं।
वह इस बात से निराश है कि वह रॉक फ़िशर जो ऑस्ट्रेलिया में नए हैं, वह अक्सर बाहर निकलने से पहले मौसम और लहरों की स्थिति की जाँच नहीं करते।

वह कहते हैं कि लोगों को कभी भी अकेले मछली पकड़ने नहीं जाना चाहिए और आपके पास हमेशा ख़तरे के वक़्त बचने की योजना होनी चाहिए।
Lone angler on a cloudy day
According to Surv Life Saving Australia, only four per cent of victims who died in rock fishing related incidents were wearing a life jacket. Source: Getty Images
रॉक फिशिंग के वक़्त किन बातों का ध्यान रखें 

  • लाइफ जैकेट आपको डूबने से बचता है
  • तैराकी में आसानी हो इसलिए हल्के कपड़े पहनें
  • अच्छी पकड़ के लिए सही जूते पहनें
  • मछली पकड़ने अकेले न जाएं
  • मछली पकड़ने से पहले बचने की योजना बनाएं
Rock fishing sunset
Since 2004, nearly 200 rock fishing-related deaths have been recorded in Australia. Source: Getty Images
रॉक फिशिंग शुरू करने से पहले अपने आप से सवाल पूछें

  • चट्टानें गीली क्यों हैं?
  • क्या कोई ज्वारीय परिवर्तन था?
  • क्या बारिश हो रही है?
  • सागर कैसा है?
  • सागर क्या कर रहा है?
  • क्या लहरों का बहाव तेज़ है?
  • यदि मैं गलती से चट्टान से बह गया तो मेरी भागने की योजना क्या है?
मैल्कम पूल मौसम की विस्तृत जांच के लिए दो अलग-अलग ऐप, जैसे ब्यूरो ऑफ़ मेटेरियोलॉजी या सीब्रीज़ का इस्तेमाल करने के लिए कहते हैं ताकि आप हर परिस्थिति के लिए तैयार रहें।


रॉक फिशिंग पर सुरक्षा युक्तियों के लिए, इन वेबसाइटों को देखें:

RFA भी फ़िशर्स को ऑस्ट्रेलिया के इमरजेंसी प्लस ऐप को डाउनलोड करने की सलाह देता है जिसे किसी भी संकट में उपयोग किया जा सकता है, अपने मोबाइल फ़ोन पर 000 डायल करें, और मदद पाने के लिए अपने वास्तविक स्थान या जीपीएस निर्देशांक को साझा करें।  


 


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