कोविड-19: यात्रा रद्द होने पर क्या पैसा वापिस मिलेगा?

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Source: Pixabay mohamed Hassan

क्या कोविड-19 महामारी के बाद यात्रा प्रतिबंधों की वजह से आप भी यात्रा नहीं कर पाए हैं? क्या आप टिकट रिफंड कराने की सोच रहे हैं. या फिर ट्रेवल क्रेडिट्स लेने के बारे में योजना बना रहे हैं. अन्नामारिया के परिवार की ये कहानी आपको कुछ तथ्यों से रूबरू होने में मदद करेगी.


दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइन निर्माता कंपनियों में से एक एयरबस के प्रमुख ने चेतावनी दी है कि कंपनी का अस्तित्व दांव पर है. बताया जा रहा है कि कोविड-19 महामारी का 880 बिलियन डॉलर के एयरलाइन्स उद्योग पर गहरा असर पड़ा है. 

ये ही नहीं इस महामारी को लेकर अनिश्चितता ने उपभोक्ता अधिकारों को लेकर चिंता बढ़ा दी है.

अन्नामारिया सेसेरैली, और उनका परिवार सिडनी में खुद को एकांतवास में रखे हुए है. जबकि वो इन दिनों में इटली में अपने रिश्तेदारों के पास होने वाले थे. इटली की शानदार जगहों पर इस मौसम की धूप सेंकना उनका सपना ही रह गया.

टिकट रिफंड में मिल रहे हैं बेहद कम पैसे

कोविड-19 की वजह से यात्रा पर प्रतिबंध लगा तो इस परिवार को अपनी 6 हफ्ते की यूरोप की छुट्टी गंवानी पड़ी.

छुट्टी तो हाथ से गई ही लेकिन जब अन्नामारिया ने अपनी फ्लाईट का रिफंड मांगा उन्हें वहां दोहरा झटका लगा.

उनके हाथ केवल 40 फीसदी पैसा ही आया.

वो कहती हैं, "वो वाउचर दे रहे थे, लेकिन मैने नहीं लिया क्योंकि क्या पता कि अगले साल तक भी क्या स्थिति हो."  

अब कहानी का एक और पहलू देखिए जिसे आप फ्लाइट्स रिफंड के एक दूसरे तरीके के तौर पर भी देख सकते हैं.

अन्नमारिया की बेटी ने उनकी इटली की योजना के बाद अकेले भ्रमण की तैयारी भी की थी.

अब उन्होंने इसके लिए फ्लाइट क्रेडिट्स लेने की सोची.

लेकिन क्योंकि उन्होंने पिछले साल ऑक्टोबर में ये टिकट बुक की थीं और क्रेडिट केवल एक साल के लिए ही है तो अब उन्हें इसका इस्तेमाल करने के लिए महज़ 5 महीने की बचे हैं.

वो कहती हैं "उम्मीद की जानी चाहिए कि सब कुछ सामान्य हो जाए, नहीं तो मुश्किल होगी."

क्या कहता है ऑस्ट्रेलियन कॉम्पीटीशन एंड कंज़्यूमर कमीशन ?

अब सुनिए इस पर ऑस्ट्रेलियन कॉम्पीटीशन एंड कंज़्यूमर कमीशन क्या कहता है.

बकौल कमीशन के अध्यक्ष महामारी के दौरान सामान्य उपभोक्ता गारंटी लागू नहीं होती है. इसका मतलब है कि रिफंड और क्रेडिट लेना चुनौती भरा हो सकता है.

अध्यक्ष रॉड सिम्स कहते हैं कि ये अभी ये सभी बातें नियमों और शर्तों पर निर्भर करती हैं.

यानी जो कोई भी इस महामारी के दौरान उड़ान भरने वाला था. वो एयरलाइन्स की उस दिन की शर्तों और नियमों के हक़दार हैं जिस दिन उन्होंने ये टिकट बुक की थी. 

हालांकि वो कहते हैं कि एयरलाइन्स को कुछ ढिलाई बरतनी चाहिए. 

कोविड-19 संक्रमण से पहले दुनिया भर का एयरलाइन्स उद्योग 880 बिलियन का था.

और अब इस उद्योग को होने वाला नुकसान भी काफी बड़ा है.

एयरबस के मुख्य कार्यकारी ने कंपनी के कर्मचारियों को आगाह किया है कि कंपनी का कैश इस वक्त अभूतपूर्व गति से खर्च हो रहा है.

और अब अमीरेट्स कंपनी ने घोषणा की है कि वो अपने कैश रिज़र्व से आधे मिलियन टिकट वापस कर देगी.

ऑस्ट्रलिया की बात करें तो वर्जिन ऑस्ट्रेलिया कंपनी पिछले सप्ताह ही स्वैच्छिक प्रशासन के तहत चली गई है. अब कंपनी ने यात्रियों को 30 सिंतबर तक बिना अतिरिक्त शुल्क के ट्रैवल क्रेडिट देने का प्रावधान किया है. 

लेकिन अन्नामारिया सेसेरैली और उनका परिवार फिलहाल घर पर सुरक्षित महसूस कर रहा है. 

उनका ड्रीम हॉलीडे उनका इंतज़ार कर सकता है. और आप अपनी भाषा में कोरोनावायरस से संबंधित किसी भी अपडेट के लिए  sbs.com.au/coronavirus पर जा सकते हैं.


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