पायल राजपूत ने अपने ऐक्टिंग करियर की शुरुआत टीवी से की थी. 'आखिर बहू भी तो बेटी ही है' धारावाहिक में उनका किरदार सिया खूब चर्चित हुआ. और फिर उनके पास आया पंजाबी फिल्म 'चन्ना मेरेया' का ऑफर. लेकिन ऑफर सुनकर पायल ने कहा, कि वह नहीं कर पाएंगी.
पायल बताती हैं, "यह फिल्म सैराट का रीमेक है. और सैराट तो बहुत बड़ी फिल्म थी. बहुत हिट. तो मुझे लगा कि मैं नहीं कर पाऊंगी.
मैंने डायरेक्टर से कहा कि नहीं हो पाएगा. पर उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और मुझे विश्वास दिया."

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लिहाजा पायल ने फिल्म की और फिर उन्हें खूब मजा आया. वह बताती हैं कि आधी फिल्म गंगानगर में शूट हुई है और बाकी आधी पहाड़ों पर. और फिल्म में पंजाबी कैसे बोली? पायल बताती हैं, "वैसे तो मेरे घर में पंजाबी बोली जाती है और मेरी मातृभाषा भी है लेकिन मुझे थोड़ी प्रैक्टिस करनी पड़ी."
लेकिन पायल का मानना है कि किरदार अहम होता है, भाषा नहीं. वह कहती हैं, "मैंने एक तमिल फिल्म भी की थी. तब भी मुझे भाषा नहीं आती थी. लेकिन ऐक्टिंग के लिए किरदार ज्यादा अहम होता है."

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