ऑस्ट्रेलिया की स्मॉल बिज़नस ऑम्बड्समन केट कार्नेल ने बीमा बाज़ार को असफल बताया है। वह कहती हैं कि अब समय आ गया है कि फेडरल सरकार को इसमें दखल देना चाहिए।
केट कार्नेल ने केंद्र सरकार से कहा है कि छोटे व्यवसायों के मामले में बीमा बाज़ार का रूख बहुत अच्छा नहीं है।
मुख्य बातें:
- छोटे व्यवसायों की ऑम्बड्समैन केट कार्नेल ने एक रिपोर्ट के आधार पर कहा है कि बीमा का बढ़ता अतिरिक्त बोझ छोटे व्यवसायों को गहरा नुकसान पहुंचा रहा है।
- उन्होंने सरकार से इस मामले में दखल देने की बात कही है।
- इंश्योरेंस अडवाइज़र अफ़ीफ ताहिर कहते हैं कि महामारी के इस दौर में बीमा कंपनियां भी दबाव में हैं, लेकिन सरकार की सहायता से स्थिति में सुधार हो सकता है।
उनकी रिपोर्ट में पाया गया है कि कुछ बीमा कंपनियों ने प्रीमियम इतना बढ़ा दिया है कि आज की परिस्थिति में अधिकतर छोटे व्यवसाय इसे वहन नहीं कर सकते हैं।
ऐसा भी हुआ है कि कई बीमा योजना बाज़ार से वापस ले ली गई हैं। केट कहती हैं कि ये ऐसी स्थिति है जो कि कई छोटे व्यवसायों को मार रही है।
सुनिए, आफिफ ताहिर से पूरी बातचीतः
क्वीन्सलैंड के वाइटसंडेज में एक वॉटरपार्क में व्यवसाय बेहतर चल रहा था लेकिन व्यवसाय मालिक का कहना है कि परिसर में एक टखना टूटने की घटना के बाद बीमाकर्ता कंपनी ने पूरी तरह से बीमा वापस लेने की धमकी दी थी।
ग्रेग मैक कीनन कहते हैं कि करीब आधा दर्जन साइक्लोन की घटनाओं के बावजूद सिर्फ एक बार बीमा राशि का दावा करने पर उनके प्रीमियम की कीमतें आसमान छूने लगीं थीं।
अडवेंचर पार्क, क्षेत्रीय इलाके के होटल और कैरावैन पार्क उन व्यवसायों में से हैं जिन्हें प्राकृतिक आपदा के मद्देनज़र जोखिम के लिए ज्यादा संवेदनशील माना जाता है। कैरावैन उद्योग संघ के पीटर क्ले का कहना है कि इनमें से कई व्यवसाय बंद होने के कगार पर हैं।
हमने इस पूरे मामले को समझने के लिए बात की सिडनी में रहने वाले इंश्योरेंस विशेषज्ञ अफीफ ताहिर से। ताहिर कहते हैं कि इस मुश्किल समय में बीमा कंपनियां भी परेशान हैं।
वह कहते हैं कि इस मौके पर सरकार का दखल देना बीमा कंपनियों और ग्राहकों दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
ताहिर बताते हैं, "बीमा क्षेत्र में सरकार छोटे व्यवसायों के लिए आर्थिक मदद मुहैया करा सकती है। इससे व्यवसाय भी सुरक्षित रहेंगे और बीमा कंपनियां भी अतिरिक्त बोझ महसूस नहीं करेंगी।"