- फिल्मों में काम करने से पहले गेराज में काम किया करते थे
- उनके लिखे गीतों को अभी भी भारत के कई स्कूलों में गाया जाता है
- उनके गीतों में मध्यमवर्गीय प्रेम का सुंदर चित्रण किया जाता है
- रचनाओं में शब्दों को कैरेक्टर के रूप में उपयोग करना विशेषता है
तुमको न भूल पायेंगे: गुलज़ार

Indian lyricist, writer and poet Gulzar (C) speaks on 'Do Deewane Shehar Mein' as Indian writer-diplomat Pavan K. Varma (L) and Neeta Gupta (R) sit along him during the Jaipur Literature Festival, in Jaipur, India, 20 January 2012 Source: EPA / STR/EPA/AAP Image
भारतीय फिल्म जगत की प्रसिद्ध गीतकार और लेखक गुलज़ार से जुड़ी कुछ ख़ास बातें।
Share