Victoria in focus: Turning Australia India partnership talk into action for shared prosperity

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Deepak Raj Gupta (centre), National Chair of the Australia India Business Council, with Arun Bansal (left) and Ajay Bansal (right), Directors of Bansal Immigration and Consultants, at a recent AIBC event at The Langham Hotel on Monday 10 November 2025. Photo Credit: AB Mediaworx.

"In business, there’s often a lot of talk but not enough results. We’re now looking for more outcome driven events,” says Deepak Raj Gupta, National Chair of the Australia India Business Organisation (AIBC). In this conversation with SBS Hindi, he discusses how stronger bilateral ties are fuelling economic growth, unlocking new opportunities and positioning Victoria as a hub for global collaboration and progress.


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हाल ही में ऑस्ट्रेलिया इंडिया बिजनेस काउंसिल (AIBC) ने मेलबर्न के लैंघम होटल में एक कार्यक्रम और गाला डिनर का आयोजन किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारत ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते, यानी ऑस्ट्रेलिया इंडिया इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड ट्रेड एग्रीमेंट (AI-ECTA) पर ध्यान केंद्रित करना था। कार्यक्रम का विषय था 'साझेदारी और समृद्धि: विक्टोरिया पर केंद्रित' (Partnership and Prosperity: Victoria in Focus)। इस अवसर पर हमने AIBC के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दीपक राजगुप्ता से बातचीत की, जिसमें उन्होंने इस आयोजन के महत्व और ऑस्ट्रेलिया भारत द्विपक्षीय संबंधों की दिशा पर अपने विचार साझा किए। सबसे पहले, हमने उनसे पूछा कि यह कार्यक्रम विक्टोरिया की इंडिया स्ट्रैटेजी और AI-ECTA के संदर्भ में कौन से विशेष लक्ष्य हासिल करना चाहता है।

देखिए, यह इवेंट इस इन द लाइन ऑफ जो रोडमैप ऑस्ट्रेलिया इंडिया का लॉन्च हुआ अर्लियर दिस ईयर। इट इस बेसिकली ऑन पाथवे टू दैट। तो आपने जैसे देखा है कि ऑस्ट्रेलिया, इंडिया के बीच में बातें तो बहुत सालों से हो रही हैं, पर जो कहते हैं ना असली कंक्रीट रिजल्ट अभी उस तरह से नहीं आया जैसा हम चाहते हैं।

जी।

तो अब विद एक्टा के साथ जो टैरिफ का रिलैक्सेशन हुआ है, उसमें हमने देखा कि काफी जंप आया है यहाँ कि इंडस्ट्रीज में और विक्टोरिया इज सच ए इंपॉर्टेंट प्लेस, नॉट ओनली फॉर इंडियन रिलेशनशिप, बट आल्सो फॉर द वर्ल्ड बिकॉज इट हैज़ सो मच टू गिव। तो इसी को लेकर और जो खासकर यह अग्रिटेक है, क्लीन एनर्जी है, स्पोर्ट्स डिप्लोमेसी है, टेक्नोलॉजी है, साइबर टेक्नोलॉजी है, एंड एक्सपोर्ट इंपोर्ट विद द कमोडिटीज। उसमें विक्टोरिया हैज़ लॉट ऑफ पोटेंशियल एंड आई थिंक दे आर लुकिंग इनटू इट, डीप डाइविंग इनटू इट नाउ एंड वी हैव सीन सम गुड रिजल्ट कमिंग एंड होपफुली विद दिस मैसेज विल गो आउट एंड विल सी मोर ट्रैक्शन बिटवीन विक्टोरिया एंड इंडिया।

बातचीत के दौरान हमने पूछा कि इस साझेदारी को व्यावहारिक रूप देने में और सहयोग को बढ़ाने में एआईबीसी जैसी संस्थाएं क्या भूमिका निभा रही हैं। जवाब में, दीपक जी ने कहा।

आपको शायद पता हो ऑस्ट्रेलिया इंडिया बिजनेस काउंसिल वाज फॉर्म्ड बाय टू प्राइम मिनिस्टर बॉब हॉक एंड राजीव गांधी जी इन नाइनटीन ऐटी सिक्स। तो बहुत खुशी की बात है कि अगले साल वी विल बी सेलिब्रेटिंग फॉर्टीथ एनिवर्सरी ऑफ एआईबीसी। एआईबीसी डीन अ मेंबर बेस्ड ऑर्गेनाइजेशन इतने साल यहां पर रही है। एंड इट हैज़ बिल्ट डी ट्रस्ट एंड पोजीशन विदीन ऑस्ट्रेलियन स्टेकहोल्डर एंड द गवर्नमेंट। और उसका रिजल्ट हम यह देख रहे हैं कि एमओयू आर बीइंग साइनड सो मच, मिनिस्ट्री डेलिगेशन आ रहे हैं, दोनों तरफ से आ रहे हैं। इधर से भी आ रहे हैं, उधर से भी आ रहे हैं। तो मेरे ख्याल से जो एआईबीसी ने रोल खेला है और आगे खेलेगी, That will be really, ah, will bring a lot of positive outcome between Australia-India trade relationship. Sports में तो थे, हम culture में भी थे।

पर आखिर business का था जो, it was a lot of talks but no outcome, but we are looking for more outcome-based event and this is one of them. हमने पूछा कि आपके विचार में सांस्कृतिक कूटनीति यानी कि cultural diplomacy कैसे आर्थिक सहयोग के साथ मिलकर दोनों देशों के बीच एक मजबूत और गहरा रिश्ता बना सकती है?

देखिए, हमने दोनों सरकारों से बातें की हैं कि जो कल्चरल है, not only culture as a culture, but business culture है, उसको बढ़ावा देने की बहुत जरूरत है। लोग कहते हैं कि doing business in India is difficult. I think doing business anywhere in the world is difficult. वो जो cultural gap है, जो इंडियन कंपनीज़ को यहां पर फेस करनी पड़ती है और यहां की कंपनी को इंडिया में फेस करनी पड़ती है। उसका हमने एजुकेशन का एक,

we have put a workshop where we can really address that culture और जो हमारा वैसे culture है, आप देखिए बॉलीवुड मूवीज हुई, ये सब से हमारा culture काफी दिख रहा है। और मेलबर्न बीइंग द लार्जेस्ट डायस्पोरा ऑफ इंडियन, वी आर सीइंग कल्चर इन एवरी टाउन, नॉट ओनली लिमिटेड टू मेलबर्न। तो मेरे ख्याल से बहुत अब जैसे केयर है, केयर जो बनी है, वो इसीलिए बनी है कि ऑस्ट्रेलिया, इंडिया रिलेशनशिप को और culturally भी स्ट्रांग किया जाए एंड ऑफ कोर्स विद डिप्लोमेसी।

हमने विक्टोरिया के छोटे और मध्यम व्यवसायों यानी कि स्मॉल टू मीडियम एंटरप्राइज, एसएमईज़ पर भी नज़र डाली। एआईईसीटीए के तहत उनके लिए कई नई संभावनाएं खुल रही हैं। इस संदर्भ में हमारा सवाल था कि विक्टोरिया के एसएमईज़ को एआईईसीटीए के तहत नई संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए एआईबीसी किस तरह मदद कर रहा है?

देखिए हमारे काफी राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस होते हैं, सीएस कॉन्फ्रेंस होते हैं, वेबिनार होते हैं और एक जो हमारा ऑस्ट्रेलिया, इंडिया एड्रेस होता, बड़ा होता है। बट बीच में हमारे पांच छह और होते हैं। ऑन स्पोर्ट्स, ऑन जो इंडियन बजट होता है उसके ऊपर होता है एंड ऑन स्पेस टेक्नोलॉजी, दैट इज़ गोइंग। सो अभी जो फ्लेवर हो रहा है, इट्स लाइक हॉर्सेस फॉर कोर्सेस। वी आर डूइंग डिफरेंट थिंग इन डिफरेंट स्टेट्स, लाइक क्वींसलैंड इज़ डूइंग समथिंग डिफरेंट, साउथ ऑस्ट्रेलिया इज डूइंग समथिंग डिफरेंट। विक्टोरिया हैज़ लॉट ऑफ कैपेबिलिटीज, सो वी गोट टु पिक थ्री या फोर बिग वन व्हिच कॉम्प्लिमेंट यू नो, द रिसोर्सेस एंड द एक्सपर्टीज विक्टोरिया कैन ऑफर टू इंडिया एंड लाइकवाइज।

हाल के दिनों में ऑस्ट्रेलिया में अप्रवासन यानी इमीग्रेशन पर काफी चर्चा रही। कभी सकारात्मक तो कभी आलोचनात्मक, कभी अच्छी, कभी बुरी। ऐसे माहौल में यह जानना जरूरी था कि समुदाय के बीच भरोसा कैसे कायम रखा जाए। इस पर हमने पूछा।राष्ट्रीय स्तर पर हो रही इस बहस के बीच एआईबीसी जैसी संस्थाएं उठाए गए सवालों का जवाब देने या निशाना बनाए जा रहे लोगों को भरोसा दिलाने में क्या भूमिका निभा रही है?

देखिए, यह जो बात उठी, जितनी जल्दी उठी थी, उतनी जल्दी दब गई। क्योंकि जो हमारे रिलेशनशिप है ऑस्ट्रेलिया, इंडिया के, they are the strongest at the moment. तो जब आपकी दोस्ती गहरी हो और अंडरस्टैंडिंग अच्छी हो तो कोई भी कुछ बोले उसका कोई फर्क नहीं पड़ता। खासकर बिजनेस कम्युनिटी में। It has not affected at all. We were together. We are doing a lot of these. Ofcourse, it does sound different when people here in India कि यह है, पर आप भी यहां पर इतने सालों से रह रहे हैं। देखिए हम लोगों के समाज में कितनी इज्जत है। जितने हमारे इवेंट्स हैं उसमें सारे की स्टेकहोल्डर्स आ रहे हैं। तो एस जी टू जी, बी टू बी, इतना कोई फर्क नहीं पड़ा। Ofcourse, people do feel threatened when people talk about it, but I think our friendship and our aura is much greater than that. If people say things like that, it doesn't affect our relationship anymore, and will not .

बहुत दिलचस्प बातें सामने आईं, व्यापार से लेकर संस्कृति तक, और युवाओं से लेकर नवाचार तक। विक्टोरिया और भारत के बीच यह सहयोग आने वाले समय में किस दिशा में जाएगा, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन एक बात तय है की ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध बढ़ते नज़र आ रहें हैं , एक ऐसी साझेदारी, जो अवसरों और आपसी विश्वास दोनों पर आधारित है। मैं हूँ प्रीती जब्बल और, आप सुन रहे हैं एसबीएस हिंदी, शुक्रिया हमारे साथ जुड़ने के लिए। इस कार्यक्रम की झलक देखने के लिए हमारे Facebook और Instagram पेज पर ज़रूर जाएँ।

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