91,000 पार्टनर वीसा पेंडिंग, ग्रीन्स ने की सेनेट इंक्वायरी की मांग

ग्रीन्स पार्टी के डेप्युटी लीडर निक मकिम ने फैमिली रीयूनियन वीसा सिस्टम में आमूल-चूल बदलाव की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि लंबी और महंगी प्रक्रिया का असर परिवारों पर पड़ रहा है।

Greens Senator Nick McKim

Greens Senator Nick McKim Source: SBS News

ग्रीन्स पार्टी की मांग है कि फैमिली रीयूनियन वीसा सिस्टम की जांच परख सेनेट में होनी चाहिए।


मुख्य बातेंः

  • ग्रीन्स पार्टी की मांग है कि फैमिली रीयूनियन वीसा सिस्टम की जांच परख सेनेट में होनी चाहिए।
  • फिलहाल पार्टनर वीसा के लटके हुए मामलों की संख्या 91 हजार के करीब पहुंच गई है।
  • सरकार ने साल में दिए जाने वाले पार्टनर वीसा की संख्या पहले से लगभग दोगुनी यानी 72,300 करने का वादा किया था।
 

पार्टी के डेप्युटी लीडर निक मकिम ने लीगल ऐंड कॉन्सिट्यूशनल अफेयर्स रेफरेंस कमिटी से एक जांच करने की मांग की है जो पैरंट और पार्टनर वीसा सिस्टम पर केंद्रित हो।

करोनावायरस के कारण ऑस्ट्रेलिया की वीसा व्यवस्था चरमराई हुई है।
सेनेटर मकिम चाहते हैं कि एक न्यायोचित और तीव्र प्रक्रिया तैयार करने का यह सही समय है क्योंकि मौजूदा व्यवस्था परिवारों को बेवजह ही एक दूसरे से मिलने नहीं दे रही है।

उन्होंने कहा, “इस व्यवस्था के कारण परिवार मिल नहीं पा रहे हैं और टूट रहे हैं। हम एक ज्यादा न्यायपूर्ण व्यवस्था चाहते हैं, एक ज्यादा तेज और कम खर्चीली व्यवस्था।”
आपकी जेब के आकार से यह तय नहीं होना चाहिए कि आप अपने परिवार वालों से कितनी जल्दी मिल सकते हैं।
सेनेटर मकिम ने कहा कि सेनेट की यह जांच एक विफल हो चुकी व्यवस्था के प्रति सरकार को जवाबदेह ठहराएगी।

गृह मंत्रालय का कहना है कि वीसा प्रक्रिया में ऐप्लिकेशंस की संख्या का विभिन्न समयों पर बढ़ना-घटना, अलग-अलग मामलों की पेचीदगियां और आय आदि के कारण समय लग सकता है।
फिलहाल पार्टनर वीसा के लटके हुए मामलों की संख्या 91 हजार के करीब पहुंच गई है।

गृह मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक पार्टनर वीसा की प्रक्रिया दो साल या उससे ज्यादा लंबी हो सकती है।

इस वित्त वर्ष के बजट में सरकार ने साल में दिए जाने वाले पार्टनर वीसा की संख्या पहले से लगभग दोगुनी यानी 72,300 करने का वादा किया था। इससे पहले यह संख्या 37,118 थी।

पैरंट वीसा की प्रक्रिया का समय स्पष्ट नहीं है।


 

आपने महसूस किया होगा कि हम फेसबुक पर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।

आप हम तक इस तरह पहुंच सकते हैः

एसबीएस हिंदी वेबसाइट, जिसे आप बुकमार्क कर सकते हैः www.sbs.com.au/hindi

 एसबीएस रेडियो ऐपः आप Apple's App Store or Google Play से हमारी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।

ऐपल न्यूजः हमें आप किसी ऐपल डिवाइस पर फॉलो कर सकते हैं।

ट्विटरः एसबीएस हिंदी ट्विटर पर भी उपलब्ध हैः https://twitter.com/SBSHindi


Share

Published

By Tom Stayner

Share this with family and friends


Download our apps
SBS Audio
SBS On Demand

Listen to our podcasts
Independent news and stories connecting you to life in Australia and Hindi-speaking Australians.
Ease into the English language and Australian culture. We make learning English convenient, fun and practical.
Get the latest with our exclusive in-language podcasts on your favourite podcast apps.

Watch on SBS
SBS Hindi News

SBS Hindi News

Watch it onDemand