ऑस्ट्रेलिया भर से अफ़ग़ान समुदाय के लोग सिडनी में इस सप्ताह एकत्र हो रहें हैं मानाने के लिये तीसरी वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता.
इस खेल-कूद के कार्यक्रम के आयोजन से ऑस्ट्रेलिया में रह रहे अफ़ग़ान समुदाय के विभिन्न गुट्टों को एक छत के नीचे लाने का मौक़ा प्राप्त होता है.
यह तीसरा वर्ष है जब ऑस्ट्रेलिया में रह रहे अफ़ग़ान समुदाय के लोग बड़ी संख्या में इन खेलों, जिन्हें ‘मिनी ओलंपिक्स’ के नाम से अब जाना जाता है, में भाग लेने के लिये आये हैं.
इससे पहले यह खेल एडिलेड और मेलबोर्न में आयोजित किये जा चुकें हैं.
सिडनी के ब्लैकटॉवन के एक क्रीड़ावन में आयोजित यह खेल पांच दिनों तक २६ से ३० दिसम्बर के बीच आयोजित किये जा रहे हैं.
Afghan Sports Federation of Australia के यूनुस नूरी, जो १९९९ में एक शरणार्थी के रूप में ऑस्ट्रेलिया आये थे ने Afghan Sports Festival आयोजित करने में एक बड़ी भूमिका निभाई है.
"I'm very much passionate about sports. I know how important it is to build a stronger healthier and safer community."
इन खेलों में भाग ले रही टीमें शौकिया से लेकर अनुभवी खिलाडियों के मेल-जोल से बनी हैं.
और प्रतियोगिताओं में देखे जा सकते हैं टेनिस और चैस से लेकर मार्शल आर्ट और भारोत्तोलन के खेल.
परन्तु फुटबॉल का खेल सबसे ऊपर है.
इसमें पुरुषों की २० टीमें तीन दिनों तक खिताब के लिये मैदान में संघर्षकरती हैं.
और कई बार तो मैदान पर गरमा गर्मी भी साफ़ नज़र आती है.
परन्तु फुटबॉल खिलाड़ी नईम रहीमी के अनुसार यही एक मौक़ा है जब विभिन्न अफ़ग़ान गुट साथ मिलकर खेलते हैं.
"Well, we have the Hazaras, the Pashtuns and the Uzbeks. It's just to get all of us together. It's got nothing to do with the races that were there in Afghanistan, nothing to do with the political problems there. Here, it's just the Afghan community. We're all together having a fun day out.”
मेलबोर्न स्तिथ छात्र Lena Mirzae ने इस वर्ष महिलाओं की टीम में भाग लिया है.
वह मानती हैं की नए खेल का अनुभव बहुसांस्कृतिक समुदायों की लड़कियों के लिये बेहद जरूरी है.
"Us girls are trying to push ourselves to break the culture barriers, especially coming from a cultural background where girls are prevented from playing sport."
अगले अफ़ग़ान-ऑस्ट्रेलियाई ‘मिनी ओलंपिक्स’ ब्रिस्बेन में होंगे.