पैट फार्मर ने दिल्ली पहुंचकर अपनी दौड़ के 4600 किलोमीटर्स में से अब 3400 किलोमीटर पुरे कर लिये हैं
पिछले 50 दिनों से प्रति दिन लघभग 80 किलोमीटर दौड़ कर पैट फार्मर अब अपनी इस लम्बी दौड़ के आखिरी चरण पर हैं.
यह दौड़ भारत में लड़कियों की शिक्षा के लिये अनुदान जुटाने का एक प्रयास है
पैट फार्मर उम्मीद कर्ताएं हैं की वह इस दौड़ के माध्यम से 100-हज़ार डॉलर की राशि जुटा पाएंगे.
ट्रैफिक का जमाव, नमी और प्रदूषण की वजह से पैट फार्मर को कई बार शरीर में पानी की कमी, मांस पेशी में सूजन और गर्मी के कारण थकान का सामना करना पड़ा है.
अब तक की दौड़ में पैट फार्मर को भारतीय लोगों ने उनकी इस पहल को जानने के बाद जाती, धर्म और राजनीती से ऊपर उठ कर सराहा है.
पैट के अनुसार उनकी इस दौड़ के पूरा होने के बाद लोग यह जरूर मानेगें की साधारण इंसान कभी कभी असाधारण कार्य करने में सक्षम होतें हैं.
पैट फार्मर अपनी दौड़ की आखिरी मंज़िल कश्मीर में श्रीनगर 20 मार्च को पहुंचेंगे.