अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए दो बम धमाकों की जिम्मेवारी तालिबान ने ली है.
इन बम धमाकों में ३० लोगों की मृत्यु हो गयी तथा ७० से ज्यादा लोग घायल हैं हैं.
काबुल स्तिथ अफ़ग़ानिस्तान की संसद के बहार हुए इन धमाकों को देश में हाल ही में हुए बम धमाकों में काफी खतरनाक बतया गया है.
दोपहर के भीड़ भरे माहौल में हुए इन संचालित बम धमाकों में एक व्यक्ति ने खुद कोऔर पास ही में एक कार को बम से उड़ाया.
काबुल के मुख्या पुलिस अधिकारी Fraidoon Obaidi ने बतया की इस हमले के निशाने पर अफ़ग़ानिस्तान के खुफिया तंत्र के अधिकारी थे जो एक मिनिमब्स में वहां से जा रहे थे.
"A suicide attacker on foot blew himself up, followed by a car bomb attack in this area which resulted in the killing and wounding of many people. Most of those killed or wounded are civilians. We are investigating the incident."
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पूरी घटना के बारे में मीडिया को बतया.
"We heard the sound of explosion and passengers in my car said that there is an explosion. I saw a lot of smoke and I tried to drive towards my home, but police stopped us here and said we are not allowed to move forward."
उधर अफ़ग़ानिस्तान के दक्षिणी शहर कांधार में गवर्नर गेस्टहॉउसे पर भी हमला हुआ.
यहाँ हुए हमले में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत भी घायल हुए.
संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों ने इस हमले को एक बुरी आतंकी घटना के रूप में बतया और कहा की इस हमले में कई अमीराती और अधिकारी भी घायल हुए हैं.
Helmand- इलाके के उप पुलिस आयुक्त Colonel Gulai Khan ने इस पूरी घटना के बारे में कुछ यूँ बतया
"The suicide bomber first opened fire on the guard than he entered the compound and detonated himself. There is also a car full of explosives which we are defusing now."
इससे पहले Helmand में ही एक तालिबानी आतंकी ने खुफिया अधिकारियों द्वारा प्रयोग किये जाने वाले गेस्टहॉउसे पर हमला कर 7- लोगों को मार दिया तथा 6- अन्य को घायल किया.
काबुल में हुए हमले को अफ़ग़ानिस्तान में हाल ही के महीनो में हुए बम धमाकों में सबसे निर्दयी बतया जा रहा है.
इस हमले में सरकारी अधिकारियों के साथ साथ कई आम नागरिक भी मारे गए हैं.
अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति Ashraf Ghani- ने इन हमलों के पीछे जिम्मेवार लोगों को पकड़ने का वादा किया है और तालिबान पर बेशर्मी से बेगुनाहों का खून बहाने का आरोप लाग्या है.